कौन हैं सुषमा स्वराज की इकलौती बेटी और क्या करती हैं काम?
जहां सुषमा स्वराज एक कुशल राजनीतिज्ञ होने के साथ साथ विदेशी मामलों को निपटाने में एक निपुण विदेश मंत्री सिद्ध हुई, वहीं दूसरी ओर परिवार में अपने अच्छे संस्कारों को अपनी बेटी में समायोजित किया और उनके अच्छे गुण बेटी में आए।
पूर्व विदेश मंत्री और भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेता सुषमा स्वराज ने साल 1975 में सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील स्वराज कौशल से शादी की,स्वराज कौशल तीन साल तक मिजोरम के गवर्नर भी रहे। सुषमा की एक बेटी है जिसका नाम बांसुरी कौशल है. आइए जानते हैं कौन हैं सुषमा स्वराज की बेटी और क्या करती हैं काम।
बांसुरी स्वराज सुषमा स्वराज की इकलौती बेटी हैं. उन्होंने ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन की पढ़ाई की है। इनर टेम्पल से कानून में बैरिस्टर की डिग्री लेने के बाद अपने पिता की तरह क्रिमिनल लॉयर हैं।
बांसुरी कौशल दिल्ली हाईकोर्ट और भारत के सुप्रीम कोर्ट में क्रिमिनल लॉयर हैं।
बांसुरी ने मीडिया का ध्यान उस समय आकर्षित किया था, जब यह खुलासा हुआ था कि सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी स्वराज IPL के पूर्व कमिश्नर ललित मोदी की लीगल टीम में शामिल थीं।
आपको बता दें, ललित मोदी ने एक ट्वीट कर अपनी लीगल टीम को बधाई दी थी. लीगल टीम के जिन सदस्यों के नाम का जिक्र ललित मोदी ने अपने ट्वीट में किया था, उनमें सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी समेत 8 वकील और शामिल थे।
ललिल मोदी ने इन आठ लोगों के नाम का जिक्र अपने ट्वीट किया था, जिसमें महमूद अब्दी, बांसुरी स्वराज, रोजर ग्रेसन, डॉक्टर आर मराठा, बियांका हेमरिच, वेंकटेश दोंद, अभिषेक सिंह, अंकुर चावला के नाम शामिल थे।
उस समय खुलासा हुआ था कि सुषमा की बेटी ललित मोदी की मदद कर रही हैं। 27 अगस्त 2014 में हाईकोर्ट ने ललित मोदी का पासपोर्ट बहाल कर दिया था. तब बांसुरी अदालत में मौजूद थीं, जिसके बाद पासपोर्ट मामले में राहत मिलने के बाद ललित मोदी ने अपनी लीगल टीम को बधाई दी थी।
आपको बता दें, बीजेपी ने बांसुरी का बचाव करते हुए कहा था कि सुषमा स्वराज की बेटी का अपना प्रोफेशन है और वह अपने काम के लिए आजाद हैं।
हरियाणा के अंबाला में जन्मीं सुषमा स्वराज का जहां सियासी सफर बेहद शानदार रहा, वहीं उन्होंने अपनी पारिवारिक जिम्मेदारियों को भी बखूबी निभाया। पति स्वराज कौशल के लिए वह एक 'उम्दा दोस्त' रहीं तो बेटी बांसुरी के लिए वह एक आदर्श मां, जिनकी उंगली पकड़कर उन्होंने चलना सीखा।