20 हजार से की थी शुरुआत, आज हैं फास्ट फूड इंडस्ट्री की सबसे बड़ी सप्लायर
5 वर्ष पहले क्रेमिका फूड्स प्रा. लि. की सीएमडी बनी रजनी बेक्टर।
कराची (पाकिस्तान) में जन्मी रजनी बेक्टर के पिता सरकारी कर्मचारी थे। देश विभाजन के बाद उनका परिवार दिल्ली आ गया।17 साल की उम्र में रजनी का लुधियाना के एक व्यवसायी परिवार में विवाह हुआ। रजनी ने विवाह के बाद स्नातक डिग्री ली तो अपनी हॉबी कुकिंग को तराशने के लिए उन्होंने पंजाब कृषि महाविद्यालय से बेकिंग का कोर्स भी किया।
फूड स्टॉल से की शुरुआत : रजनी बेक्टर घर में जो केक, कुकीज व आइसक्रीम बनाती थीं, उसे घर आने वाले अतिथि सराहते थे। 1970 के दशक में दिवाली मेले में रजनी ने फूड स्टॉल लगाया, जिसे अच्छा रिस्पॉन्स मिला। इसके बाद उन्होंने 300 रुपए के कुकिंग उपकरण खरीदे और स्थानीय मेलों में शौकिया स्टॉल लगाने लगीं जो कमाई का स्रोत बन गए।
1978 में रजनी बेक्टर ने लुधियाना के जीटी रोड स्थित एक पुश्तैनी जगह पर 20 हजार रुपए की सीड केपिटल से आइसक्रीम और पुडिंग मैन्यूफेक्चरिंग यूनिट स्थापित की। यह यूनिट बहुत जल्दी ब्रेड और बिस्किट भी बनाने लगीं। किचन से गैराज और फिर फूड फैक्टरी तक पहुंचीं रजनी बेक्टर आज क्रेमिका फूड्स प्रा. लि. और सहयोगी कंपनी मिसेज बेक्टर फूड्स स्पेशलिटीज का पति और तीनों पुत्र के सहयोग से संचालन कर रही हैं। आज वह फास्ट फूड इंडस्ट्री की सबसे बड़ी सप्लायर बन गई हैं।